प्रधानमंत्री द्वारा सूरतगढ़ में मृदा स्वास्थ्य कार्ड योजना का शुभारम्भ

तीन वर्ष बाद मृदा स्वास्थ्य कार्ड का रिन्यूअल किया जायेेगा। इस कार्ड में भूमि की उर्वरा शक्ति के साथ-साथ किसानों के लिये विभिन्न प्रकार के उर्वरकों के उपयोग की जानकारी दर्ज रहेगी

जयपुर, 19 Èरवरी। प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने गुरुवार को श्रीगंगानगर जिले के सूरतगढ़ में सॉयल हैल्थ कार्ड स्कीम (मृदा स्वास्थ्य कार्ड योजना) का शुभारम्भ किया। समारोह में प्रधानमंत्री ने कृषि कर्मण अवार्ड 2013-14 भी प्रदान किये।
प्रधानमंत्री ने सॉयल हैल्थ कार्ड के लोगो का अनावरण किया तथा 38 आरबी गंगानगर के किसान श्री निर्मलसिंह पुत्र श्री जीतसिंह, उदरासर बीकानेर के किसान श्री रामप्रताप पुत्र श्री भजनलाल एवं श्री बलबीर बिश्नोई को सॉयल हैल्थ कार्ड वितरित किये।
इस अवसर पर राज्यपाल श्री कल्याणसिंह, मुख्यमंत्री श्रीमती वसुन्धरा राजे, केंद्रीय कृषि मंत्री श्री राधामोहन सिंह, पंजाब के मुख्यमंत्री श्री प्रकाश सिंह बादल, केंद्रीय मंत्रिपरिषद के सदस्य श्री मोहनजी भाई कल्याणजी भाई कुण्डारिया, डॉ. संजीव बालियान, प्रो. सांवरलाल जाट, श्री राज्यवद्र्घन सिंह राठौड़, श्री निहालचंद मेघवाल एवं कृषि मंत्री श्री प्रभुलाल सैनी सहित अनेक मंत्रीगण मौजूद रहे।
14 करोड़ किसानों को मिलेगा लाभ: मृदा स्वास्थ्य कार्ड योजना के तहत आगामी तीन वर्षों में देशभर के 14 करोड़ खेतों की मिट्टी की जांच कर मृदा स्वास्थ्य कार्ड जारी किये जायेंगे। इस वित्तीय वर्ष में 3 करोड़ किसानों के खेतों की मिट्टी की जांच होगी। तीन वर्ष बाद मृदा स्वास्थ्य कार्ड का रिन्यूअल किया जायेेगा।
इस कार्ड में भूमि की उर्वरा शक्ति के साथ-साथ किसानों के लिये विभिन्न प्रकार के उर्वरकों के उपयोग की जानकारी दर्ज रहेगी, ताकि किसान Èसलों का उत्पादन बढ़ा सकें। इस योजना से किसानों को विभिन्न सुविधाएं देने के लिये डेटाबेस बनाने में मदद मिलेगी। योजना का उद्देश्य भूमि के स्वास्थ्य की जांच तकनीक विकसित कर उसकी उर्वरा क्षमता बढ़ाने के नवाचारों को प्रोत्साहन देना भी है। मृदा स्वास्थ्य कार्ड के माध्यम से किसानों को भूमि के पोषक तत्वों के प्रबन्धन का प्रशिक्षण भी दिया जाएगा। मृदा स्वास्थ्य कार्ड से एकत्रित आंकड़े एवं सूचनाएं किसानों को आसानी से उपलब्ध रहेंगी। योजना से देश के कृषि क्षेत्र में अभूतपूर्र्व विकास होगा और खाद्य सुरक्षा सुनिश्चित हो सकेगी।
कृषि कर्मण अवार्ड: समारोह में प्रधानमंत्री द्वारा विभिन्न राज्यों को कृषि कर्मण अवार्ड एवं कृषि मंत्री कृषि उत्पादन पुरस्कार दिये गये। कुल खाद्यान्न उत्पादन में प्रथम कैटेगिरी के लिये पंजाब, द्वितीय कैटेगिरी के लिये उड़ीसा एवं तीसरी कैटेगिरी के लिये मेघालय को कृषि कर्मण अवार्ड दिये गये। विजेता राज्यों को ट्रॉÈी तथा प्रशस्तिपत्र के साथ 5 करोड़ रुपए की नकद राशि से पुरस्कृत किया गया।
पंजाब राज्य का पुरस्कार, पंजाब के मुख्यमंत्री श्री प्रकाशसिंह बादल ने प्राप्त किया। शेष राज्यों के पुरस्कार, उन राज्यों के कृषि मंत्रियों, कृषि उत्पादन आयुक्तों एवं अन्य अधिकारियों ने प्राप्त किये। Èसलवार पुरस्कार श्रेणी में धान उत्पादन के लिये छत्तीसगढ़, गेहूं के लिये मध्यप्रदेश, दलहन के लिये असम एवं तमिलनाडु, मोटे अनाज के लिये पश्चिम बंगाल तथा तिलहन के लिये गुजरात को ट्रॉÈी, प्रशस्ति पत्र एवं दो करोड़ रुपये राशि के अवार्ड वितरित किये गये। प्रोत्साहन पुरस्कार के रूप में सर्वाधिक उत्पादकता एवं उत्पादन के लिये खाद्यान्न श्रेणी में नागालैंड तथा अरूणाचल प्रदेश, दलहन के लिये महाराष्ट्र, मोटे अनाज के लिये झारखण्ड एवं तिलहन के लिये कर्नाटक को भी प्रशस्ति पत्र एवं एक करोड़ रुपए की राशि दी गई।

18 प्रगतिशील किसान भी हुए पुरस्कृत: समारोह में 9 श्रेणियों में विभिन्न राज्यों के 18 प्रगतिशील किसानों को कृषि मंत्री कृषि कर्मण अवार्ड दिये गये। इसके तहत प्रशस्ति पत्र एवं दो लाख रुपए की राशि दी गई।

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