लखवी की रिहाई से मोदी दुखी

लाहौर /पेरिस, 10 अप्रेल (एजेंसी) । पाकिस्तान द्वारा लखवी की रिहाई पर भारत के साथ-साथ È्रांस ने कड़ा रुख अपनाया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इसे दुखद कहा है वहीं È्रांस ने लखवी की रिहाई को दुनियाभर के लिए बुरी खबर बताया है। भारत के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता सैरूयद अकबरूद्दी ने बताया कि È्रेंच डेलिगेशन ने लखवी की रिहाई पर रोष जताया है और इस मसले पर भारत के दृष्टिकोण का समर्थन किया है।
इससे पहले, भारतीय हाई कमिश्नर ने इस्लामाबाद में पाकिस्तान के विदेश सचिव से मुलाकात इस मामले पर सख्त ऐतराज जताया। गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने भी इसे निराशाजनक व दुर्भाग्यपूर्ण बताया है। लखवी की रिहाई को लेकर पाकिस्तान ने भारत पर ही दोष लगाते हुए कहा है कि इस मामले पर भारत ने सहयोग नहीं किया जिसके कारण केस की पैरवी सही तरीके से नहीं हो सकी।
आज ही मुंबई हमले के मास्टरमाइंड जकिउर रहमान लखवी को जेल से रिहा कर दिया गया। यह रिहाई बेहद गुपचुप तरीके से की गई। लखवी को देर रात रिहा कर दिया था। गुरुवार को लाहौर हाईकोर्ट ने लखवी को तुरंत रिहा करने का आदेश दिया था। इससे पहले जेल अधिकारियों को कोर्ट का ऑर्डर न मिलने के कारण उसे जेल में ही रखा गया था। 26/11 हमले का मास्टरमाइंड पाकिस्तान के अडियाला जेल में बंद था।

एक सरकारी अधिकारी ने कहा कि लखवी को जेल में बंद रखने को लेकर हमने कई विकल्पों पर विचार विमर्श किया। अधिकारी ने कहा कि कोर्ट के आदेश के बाद अब सरकार के लिए लखवी को जेल में बंद रखना मुश्किल काम था। गौरतलब है कि कोर्ट दो बार लखवी को जेल में रखने के आदेश को निलंबित कर चुका है।
इस मामले में हाईकोर्ट का कहना था कि लखवी को हिरासत में रखने की जरूरत पर पंजाब सरकार पुख्ता सुबूत नहीं दे पाई है। इसके पहले मुंबई हमले की सुनवाई कर रही स्थानीय अदालत लखवी की रिहाई का आदेश दे चुकी है। लेकिन अंतरराष्ट्रीय दबाव के कारण पाक सरकार ने कानून-व्यवस्था का हवाला देकर लखवी को हिरासत में रखने का आदेश दिया था। लाहौर हाईकोर्ट में लखवी ने पंजाब के गृह विभाग के अपने खिलाÈ जारी हिरासत के आदेश को चुनौती देते हुए एक याचिका दाखिल की थी।

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