सोनिया और राहुल गांधी को समन, 7 अगस्त को पेश होने के आदेश

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दिल्ली की पटियाला हाउस कोर्ट ने कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी और उपाध्यक्ष राहुल गांधी को समन जारी किया है। दोनों को 7 अगस्त को कोर्ट में पेश होने के लिए कहा गया है।  यह समन नैशनल हेरल्ड केस में जारी किया गया है। कोर्ट ने कांग्रेस नेताओं ऑस्कर फर्नान्डीज और मोतीलाल वोरा को भी कोर्ट में पेश होने के लिए कहा गया है। यह केस बीजेपी नेता सुब्रमण्यम स्वामी ने दायर किया है। स्वामी ने आरोप लगाया है कि आरोपियों ने कांग्रेस के धन को निजी प्रॉपर्टी में लगाकर अपने हित के लिए इस्तेमाल किया। उनका आरोप है कि हेरल्ड हाउस के नाम से जो 1600 करोड़ रुपये की संपत्ति है, उसका इस्तेमाल निजी फायदे के लिए किया जा रहा है। यह संपत्ति असोसिएट जर्नल्स लिमिटेड की संपत्ति है और स्वामी का आरोप है कि गांधी परिवार ने गुपचुप तरीके से इसका नियंत्रण अपने हाथ में ले लिया है। 

स्वामी ने आरोप लगाया कि इन दोनों ने चुपके-चुपके द असोसिएट्स जर्नल्स लिमिटेड (टीएजेएल) कंपनी का नियंत्रण अपने हाथ में ले लिया। यह कंपनी ‘नैशनल हेराल्ड’ अखबार के प्रकाशन का स्वामित्व रखती है जिसके पास 11 मंजिला इमारत का मालिकाना हक भी है। स्वामी के अनुसार नई दिल्ली के बहादुर शाह जफर मार्ग पर स्थित हेराल्ड हाउस की कीमत तकरीबन 1,600 करोड़ रुपये की है। 

हेरल्ड हाउस को पासपोर्ट ऑफिस के लिए किराये पर दिया गया है जबकि स्वामी का आरोप है कि इसका इस्तेमाल सिर्फ पब्लिशिंग हाउस के तौर पर हो सकता है। स्वामी ने मांग की है कि सोनिया और राहुल गांधी का पासपोर्ट ले लिया जाए ताकि ये लोग विदेश न जा सकें। 

मामले में 7 साल की जेल से लेकर आजीवन कारावास तक हो सकता है। स्वामी ने कहा कि एआईसीसी ने 26 फरवरी, 2011 को टीएजेएल की 90 करोड़ रुपये की देनदारियों को अपने जिम्मे लिया। इसके साथ ही स्वामी ने यह आरोप भी लगाया कि बाद में 50 लाख रुपये की मामूली रकम से यंग इंडियन कंपनी में ताजा शेयर लिए गए जिससे पूरा नियंत्रण उनके हाथ में आ गया। 

कंपनी यंग इंडियन में सोनिया और राहुल की 38-38 फीसदी हिस्सेदारी है। इसकी शेष हिस्सेदारी कांग्रेस नेता मोतीलाल वोरा और ऑस्कर फर्नांडीज में बराबर बंटी है। स्वामी ने कहा, ‘चूंकि हेराल्ड हाउस को केंद्र सरकार ने समाचार पत्र चलाने के लिए जमीन दी थी इस लिहाज से उसे व्यावसायिक उद्देश्य के लिए इस्तेमाल नहीं किया जा सकता। मगर पासपोर्ट सेवा केंद्र का संचालन हेराल्ड हाउस से ही हो रहा है।’

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