दिल्ली के लिए सियासी जंग शुरू

7 Èरवरी को होंगे विधानसभा चुनाव, 10 को आएंगे नतीजे

नई दिल्ली, 12 जनवरी (एजेंसी)। दिल्ली में सियासी समर के लिए चुनाव आयोग ने तारीखों की घोषणा कर दी है। सोमवार को चुनाव आयोग की बैठक खत्म होने के बाद शाम साढ़े चार बजे आयोग ने इस बाबत ऐलान किया। दिल्ली में 07 Èरवरी को एक ही चरण में सभी 70 सीटों पर चुनाव कराए जाएंगे, जबकि 10 Èरवरी को मतगणना की जाएगी। चुनाव आयोग ने कहा कि राज्य में 15 Èरवरी से पहले चुनाव के नतीजे आना जरूरी है। दिल्ली में चुनाव के तारीख की घोषणा के साथ ही आचार संहिता भी लागू हो गई है।
मुख्य चुनाव आयुक्त वीएस संपत ने तारीखों की घोषणा करते हुए बताया कि राज्य में 14 जनवरी से प्रत्याशी अपना नामांकन दाखिल कर पाएंगे, जबकि 21 जनवरी नामांकन की आखिरी तारीख होगी। 22 जनवरी तक नामांकन पत्रों की जांच की जा सकेगी है, वहीं 24 जनवरी को नाम वापस लेने की प्रक्रिया होगी।
खूब हुई माथापच्ची:दिल्ली में कुल मिलाकर एक करोड़ 30 लाख मतदाता हैं। इससे पहले चुनाव आयोग की बैठक में तारीखों पर खूब माथापच्ची हुई। स्कूलों की वाषिज़्क परीक्षा और क्रिकेट वल्र्डं कप के मद्देनजर आयोग की प्राथमिकता चुनावों को समय रहते करवाने की है। आयोग ने बताया कि दिल्ली में वोटरों की सुविधा के लिए हेल्पलाइन होगी और नोटा का विकल्प भी मिलेगा। हालांकि पहले से ही यह संभावना जाहिर की जा रही थी कि राष्ट्रीय राजधानी में Èरवरी मध्य में चुनाव होंगे। माचज़् में सीबीएसई की परीक्षाएं होनी हैं, जिसकी वजह से Èरवरी के मध्य में ही चुनाव कराना ज्यादा उपयुक्त माना जा रहा है।
100 कंपनियां होंगी तैनात:सूत्रों के मुताबिक दिल्ली के साथ किसी और राज्य में चुनाव नहीं हो रहे हैं, इसलिए सेंट्रल पैरा मिलिट्री Èोसज़् की उपलब्धता को लेकर भी कोई समस्या नहीं है। दिल्ली चुनाव में पैरा मिलिट्री Èोसज़् की करीब 100 कंपनियां तैनात की जा सकती हैं। इसके अलावा दिल्ली में पुलिस बल की मौजूदगी भी बनी रहती है, लिहाजा सुरक्षा कोई समस्या नहीं है।
सभी पार्टिंयां तैयार, रोचक हुआ मुकाबला: दिल्ली चुनाव में मुख्य मुकाबला बीजेपी और आम आदमी पाटीज़् के बीच माना जा रहा है। साल 2013 में हुए विधानसभा चुनाव में दिल्ली में आप ने 28 सीटें जीती थीं, जबकि बीजेपी 31 सीटों के साथ सबसे बड़ी पाटीज़् बनकर उभरी थी। हालांकि, मई 2014 में संपन्न लोकसभा चुनावों में तस्वीर बिल्कुल पलट गई थी, जब बीजेपी ने दिल्ली में क्लीन स्वीप कर सभी सात लोकसभा सीटें जीत ली थीं।
पिछले चुनाव के बाद दिल्ली में आम आदमी पाटीज़् के कांग्रेस के साथ मिलकर सरकार का गठन किया था और अरविंद केजरीवाल मुख्यमंत्री बने थे।लेकिन 49 दिनों बाद ही हाई वोल्टेज ड्रामा के बीच केजरीवाल ने सीएम पद से इस्तीÈा दे दिया था। इसके बाद से राज्य में राष्ट्रपति शासन लागू था। ऐसे में अब चुनाव की घोषणा के बाद दिल्ली को लेकर बीजेपी का उत्साह चरम पर है। उधर, केजरीवाल भी मोदी का विजय रथ रोकने को तैयार हैं। आम आदमी पाटीज़् ने लोकसभा चुनाव के बाद किसी राज्य के चुनाव प्रकिया में हिस्सा लिया और उसका पूरा ध्यान दिल्ली चुनाव पर केंद्रित है।
इस बीच, माना जा रहा है कि कांग्रेस भी अजय माकन के नेतृत्व में चुनाव लडऩे का मन बना चुकी है। माकन भी चुनाव के तैयार बताए जा रहे हैं, हालांकि अभी इस बाबत कोई आधिकारिक घोषणा नहीं हुई है।

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