जापान के साथ आर्थिक भागीदारी को बढ़ाने की ओर राजस्थान अग्रसर

राजस्थान दूसरा जापानी इन्वेस्टमेंट जोन -राजे

जयपुर, 8 अप्रेल। मुख्यमंत्री श्रीमती वसुन्धरा राजे ने राज्य में जापानी इंडस्ट्रीज को और अधिक बढ़ावा देने के लिए एक और जापानी इन्वेस्टमेंट जोन बनाने की घोषणा की है। इस जोन में सेरेमिक्स और इलेक्ट्रोनिक सिस्टम डिजाइन एवं मैन्यूÈैक्चरिंग (ईएसडीएम) जैसे क्षेत्रों पर Èोकस किया जाएगा।
‘रिसर्जेंट राजस्थान पार्टनरशिप समिट’ के लिए ग्लोबल रोड शो का शुभारम्भ करने जापान यात्रा पर गईं मुख्यमंत्री ने निवेशकों की भारी मौजूदगी के बीच कहा कि नीमराना में प्रथम जापानी इन्वेस्टमेंट जोन की शानदार सÈलता के बाद गिलोठ में लगभग 500 एकड़ क्षेत्र में द्वितीय जापानी इन्वेस्टमेंट जोन तैयार किया जाएगा। यह क्षेत्र जल्द ही सेरेमिक्स व ईएसडीएम उद्योगों का एक प्रमुख केंद्र बनेगा।
श्रीमती राजे ने निवेशकों को दी जा रही सहूलियतों के बारे में जानकारी देते हुए बताया कि नीमराना स्थित प्रथम जापानी इन्वेस्टमेंट जोन में तीन वर्षों के लिए पब्लिक यूटिलिटी स्टेटस प्रदान किया गया है, ताकि इस क्षेत्र में स्थित Èैक्ट्रियों की लेबर स्ट्राइक्स से सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके। प्रस्तावित यूनिÈाइड गुड्स और सर्विस टैक्स लागू होने तक अथवा अधिकतम 31 मार्च 2016 तक की अवधि के लिए जापानी औद्योगिक क्षेत्रों में निर्मित वस्तुओं पर केन्द्रीय बिक्री कर 2.00 Èीसदी से घटाकर 0.25 करने का निर्णय भी लिया गया है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि जापानी निवेश ने राज्य के आर्थिक परिदृश्य को बदल दिया है। हम जापान को हमारी प्रगति के सबसे बड़े भागीदारों में से एक मानते हैं। राजस्थान औद्योगिकीकरण की दिशा में बड़ी तरक्की करने के लिए पूरी तरह से तैयार है और हम इसके लिए अपने भरोसेमंद मित्र जापान को भागीदार बनाना चाहते हैं।
उल्लेखनीय है कि श्रीमती राजे की सोमवार को जापान के प्रधानमंत्री श्री शिंजो एबे के साथ हुई बैठक के पश्चात प्रदेश में दूसरा जापानी इन्वस्टमेंट जोन बनाने की घोषणा की गई है। इस मुलाकात में श्रीमती राजे ने ‘रिसर्जेंट राजस्थान पार्टनरशिप समिट-2015’ के लिए जापान को पार्टनर बनने का प्रस्ताव दिया था। जापान राजस्थान का सबसे बड़ा विदेशी निवेशक है। अब तक श्रीमती राजे ने जापान में सॉफ्टबैंक, तोशिबा, कोयो होल्डिंग्स और याजाकी जैसी प्रमुख कम्पनियों के उच्च अधिकारियों के साथ बैठकें की हैं।
प्रमुख शासन सचिव, उद्योग और रीको की एमडी श्रीमती वीनू गुप्ता ने बताया कि दूसरा जापानी जोन रीको द्वारा नीमराना में स्थापित प्रथम जोन के समीप होगा।
दूसरे जोन के लिए इस माह से भूमि आवंटन आरंभ करने का लक्ष्य है। इस जोन को सेरेमिक उत्पादों के प्रोडक्शन में प्रयुक्त होने वाले सभी प्रकार के कच्चे माल की तैयार सप्लाई चेन का लाभ मिलेगा और यहां नेचुरल गैस की पाइप लाइन की कनेक्टिविटी भी है।
नीमराना जापानी जोन
नीमराना स्थित जापानी जोन जापान और राजस्थान के बीच विशेष आर्थिक संबंधों का सबसे बड़ा उदाहरण है। रीको और जेट्रो के बीच हुए एमओयू के परिणामस्वरूप यहां 1,167 एकड़ क्षेत्र में देश का पहला जापानी इन्वेस्टमेंट जोन बनाया गया था। वर्तमान में इस जोन में 45 कंपनियों द्वारा 670 मिलियन अमेरिकन डॉलर से अधिक का निवेश किया गया है। इन कम्पनियों में डाइकिन, निस्सिन ब्रेक, माइटेक्स पॉलिमर और निप्पोन पाइप आदि कम्पनियां शामिल हैं।
रिसर्जेंट राजस्थान पार्टनरशिप समिट
मुख्यमंत्री के सबको साथ लेकर चलने वाले विकासोन्मुखी विजन को साकार करने की कड़ी में 19-20 नवम्बर, 2015 को जयपुर में रिसर्जेंट राजस्थान पार्टनरशिप समिट का आयोजन किया जा रहा है। समिट में दुनिया भर के प्रमुख निवेशक, नीति निर्माता, राजनेता, अधिकारी, व्यापार जगत के लीडर्स हिस्सा लेंगे।

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