डीजीपी राजीव कुमार शर्मा ने कहा – अनुशासन, प्रशिक्षण और कल्याण से ही मजबूत होगा पुलिस बल

सभी जिलों के संचित निरीक्षकों और लाइन ऑफिसरों की विशेष बैठक में दिए अहम निर्देश

जयपुर, 9 नवंबर (Jai Rajasthan)। राजस्थान के पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) श्री राजीव कुमार शर्मा ने राज्यभर के संचित निरीक्षकों और लाइन ऑफिसरों की विशेष बैठक लेकर पुलिस बल के अनुशासन, प्रशिक्षण और कल्याण को लेकर महत्वपूर्ण निर्देश जारी किए। उन्होंने कहा कि “पुलिस लाइन पुलिस व्यवस्था का अभिन्न अंग है। यहां पुलिसकर्मी अपने जीवन का बड़ा हिस्सा बिताते हैं, इसलिए पुलिस लाइनों का स्वच्छ, सुव्यवस्थित और सुविधायुक्त होना आवश्यक है।”

🔹 पुलिस कर्मियों और परिवारों के कल्याण पर जोर

डीजीपी शर्मा ने कहा कि प्रत्येक जिले की पुलिस लाइन में स्कूल, डिस्पेंसरी, जिम, लाइब्रेरी, कैंटीन और मनोरंजन की सुविधाएं अनिवार्य रूप से उपलब्ध होनी चाहिए। उन्होंने 31 दिसंबर तक सभी पुलिस लाइनों में लाइब्रेरी शुरू करने के निर्देश दिए। साथ ही फैमिली वेलफेयर कमेटियों को सक्रिय करने के भी आदेश दिए।

उन्होंने मैस, बैरक, शौचालय और भोजन की गुणवत्ता की नियमित जांच के निर्देश दिए और हर जिले में हेल्थ चेकअप कैंप नियमित रूप से आयोजित करने को कहा।

🔹 मानसिक स्वास्थ्य और हेल्पलाइन नंबर

मानसिक स्वास्थ्य को लेकर डीजीपी ने विस्तृत चर्चा की और सभी पुलिसकर्मियों के लिए मेंटल हेल्थ टेस्टिंग और हेल्थ चेकअप को अनिवार्य बताया। उन्होंने जयपुर में एक हेल्पलाइन नंबर शुरू करने की घोषणा की, जिससे अन्य जिलों के पुलिसकर्मी भी चिकित्सा सहायता आसानी से प्राप्त कर सकेंगे।

🔹 महिला पुलिस कर्मियों के लिए विशेष सुविधाएं

श्री शर्मा ने निर्देश दिए कि महिला पुलिस कर्मियों के लिए अलग शौचालय और बैरक की व्यवस्था की जाए। उन्होंने महिला कर्मियों के बच्चों के लिए क्रेच और महिला परिजनों के लिए व्यावसायिक प्रशिक्षण (Vocational Training) कार्यक्रम शुरू करने के निर्देश दिए, जिससे परिवार आर्थिक रूप से सशक्त बन सके।

🔹 प्रशिक्षण और क्षमता संवर्धन

डीजीपी शर्मा ने कहा कि पुलिस कर्मियों को नई तकनीक, कानून और व्यवहारिक प्रशिक्षण में निपुण होना चाहिए। इसके लिए सभी जिलों में रिफ्रेशर कोर्स और तनाव प्रबंधन प्रशिक्षण नियमित रूप से आयोजित किए जाएं। उन्होंने सभी कर्मियों को iGOT कर्मयोगी प्लेटफॉर्म पर प्रशिक्षण प्राप्त करने के निर्देश भी दिए।

🔹 अनुशासन ही पुलिस की पहचान

डीजीपी ने कहा, “अनुशासन ही पुलिस बल की सबसे बड़ी पहचान है।” उन्होंने प्रत्येक सोमवार और शुक्रवार को नियमित पीटी परेड कराने, उत्कृष्ट ड्यूटी करने वाले कर्मियों को पुरस्कार देने और रोटेशन आधारित ड्यूटी सिस्टम लागू करने के निर्देश दिए।

🔹 रखरखाव और निगरानी

डीजीपी शर्मा ने कहा कि सभी जिलों में सरकारी संपत्तियों की रखरखाव सूची तैयार कर नियमित मॉनिटरिंग की जाए। कार्यालय, बैरक, शस्त्रागार, शौचालय और पुराने रिकॉर्ड के निस्तारण की प्रक्रिया को नियमबद्ध तरीके से पूरा किया जाए।

🔹 कानून व्यवस्था में तैनात पुलिस बल के लिए सुविधा

उन्होंने निर्देश दिए कि कानून व्यवस्था की ड्यूटी में तैनात पुलिस कर्मियों के लिए आवास, पेयजल और अन्य मूलभूत सुविधाएं सुनिश्चित की जाएं। संबंधित सुपरवाइजरी अधिकारी, दूसरे जिलों में ड्यूटी पर भेजे जाने वाले बल के लिए स्थानीय स्तर पर समुचित व्यवस्था करें।

बैठक में अतिरिक्त महानिदेशक, महानिरीक्षक, प्रशासन, कानून एवं व्यवस्था, उप महानिरीक्षक कार्मिक सहित सभी जिलों के संचित निरीक्षक, हवलदार मेजर और संबंधित अधिकारी उपस्थित रहे।